बेसन, जिसे चने का आटा या चना दाल का आटा भी कहा जाता है, एक प्रमुख प्रकार का फूली हुई दाल है जिसका उपयोग विभिन्न खाद्य पदार्थों में किया जाता है। बेसन एक मजेदार और पौष्टिक पदार्थ है जिसे आप घर पर आसानी से बना सकते हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि बेसन कैसे बनाते हैं और इसका आपने उपयोग कैसे किया जा सकता है।
बेसन क्या है?
बेसन चने की दाल को पीसकर बनाया जाता है। यह एक पाउडर या आटा की तरह दिखता है और स्वादिष्ट पकवानों को और भी स्वादिष्ट बनाने में मदद करता है। यह विभिन्न खाद्य पदार्थों, जैसे कि दही बड़ा, पकोड़े, स्नैक्स, और मिठाई में उपयोग होता है। इसका स्वाद तीखा, टिक्का, और स्वादिष्ट होता है जिसके कारण यह एक पसंदीदा खाद्य पदार्थ बन गया है।
बेसन बनाने के लिए सामग्री
बेसन बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
- 2 कप चने की दाल
- पानी (सामान्यतः स्थानीयता के आधार पर)
- नमक (स्वादानुसार)
बेसन बनाने की प्रक्रिया
- सबसे पहले, चने की दाल को एक बड़े पात्र में डालें।
- अब, एक कप पानी डालें और इसे अच्छी तरह से मिला लें।
- धीरे-धीरे बेसन में उबलते पानी को मिलाएं। ऐसा करते समय, ध्यान दें कि कोई गाठें न बनें।
- सामग्री को अच्छी तरह से मिलाने के लिए हाथों का उपयोग करें। यह सुनिश्चित करेगा कि चने का आटा चिकना हो जाए।
- चने का आटा तैयार होने के बाद, इसे आधा घंटे के लिए ढककर रख दें। इससे चने के आटे का स्वाद बढ़ेगा और उसकी संरचना बेहतर होगी।
- आटा ढ़ीला हो गया होने पर, आप इसे छलनी या स्क्रीनर के माध्यम से चान लें। इससे बेसन के गांठों को निकाला जा सकता है और बेसन की संरचना और नरमी बढ़ा सकते हैं।
- अब, तैयार बेसन को एक स्टोरेज कंटेनर में स्थानित करें और इसे ठंडे और सुखे स्थान पर संग्रहित करें। इसे एक महीने तक ताजगी बनाए रख सकते हैं।
आपके बेसन का उपयोग
बेसन विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग होता है। यह कुछ उपयोगी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है और व्यंजनों को स्वादिष्ट और आकर्षक बनाता है। यहां कुछ उपयोग के उदाहरण हैं:
- दही बड़ा: बेसन दही बड़े के लिए मुख्य सामग्री होता है। बेसन के बड़े को दही में भिगोकर पकाया जाता है और फिर ताजगी धनिया-पुदीना चटनी और तेल से सजाकर परोसा जाता है।
- पकोड़े: बेसन उबले हुए आलू, प्याज़, हरी मिर्च, हरा धनिया और विभिन्न मसालों के साथ मिलाकर पकोड़ों को स्वादिष्ट और गर्मागर्म बनाता है।
- चीला: बेसन का उपयोग एक स्वादिष्ट चीला बनाने के लिए किया जा सकता है। यह गेहूं के आटे की तुलना में स्वास्थ्यप्रद और लाइट विकल्प होता है।
- मिठाई: बेसन मिठाई जैसे कि बेसन की बर्फी और लाडू बनाने के लिए उपयोग होता है। यह मिठाई को मोटी और स्वादिष्ट बनाने में मदद करता है।
नुकसान और सावधानियां
बेसन एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन करने से कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यदि आप किसी प्रकार की एलर्जी या पाचन संबंधी समस्या से पीड़ित हैं, तो बेसन का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें। इसके अलावा, निम्नलिखित सावधानियों का पालन करें:
- बेसन को ताजे पानी से अच्छी तरह धोएं और इसे साफ़ और सुखे स्थान पर संग्रहित करें।
- अधिक मात्रा में बेसन का सेवन न करें, क्योंकि यह पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
- अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए, बेसन को गले में खराब नहीं होने दें। अगर आप बेसन को गले में रखते हैं, तो यह आपके शरीर को अनावश्यक संक्रमण के खतरे से बचाएगा।
निष्कर्ष
बेसन एक प्रमुख खाद्य पदार्थ है जो भारतीय रसोई में व्यापक रूप से उपयोग होता है। इसका निर्माण आसान होता है और इसका स्वाद और गुणवत्ता आपके व्यंजनों को बढ़ाता है। इसे विभिन्न व्यंजनों में उपयोग करें, जैसे कि दही बड़ा, पकोड़े, और मिठाई, और इसे स्वास्थ्यप्रद और स्वादिष्ट भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएं।
जी हां, बेसन को दूसरे अनाजों के साथ मिलाकर भी उपयोग किया जा सकता है। इससे व्यंजनों का स्वाद और पोषण मिलता है।
बेसन का सेवन मात्रा को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बदलना चाहिए। सामान्यतः, आधे से एक कप तक की मात्रा प्रतिदिन उपयोगी हो सकती है।
हाँ, कुछ लोगों को बेसन के प्रति एलर्जी हो सकती है। यदि आप बेसन के प्रति संवेदनशील हैं, तो इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करें।
बेसन आपके वजन में बढ़ोतरी का कारण नहीं होता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन करने से वजन बढ़ सकता है। संतुलित और मात्राबद्ध आहार के साथ बेसन का सेवन करें।
जी हां, बेसन को ठंडे और सुखे स्थान पर संग्रहित किया जा सकता है, जैसे कि रिफ्रिजरेटर में। इससे इसकी ताजगी बनी रहेगी और इसकी उम्र बढ़ेगी।