कृषि विज्ञान किसे कहते हैं – Krishi vigyan kise kahate hain

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आपके आसपास जब भी आप खाना खाते हैं, वह खाद्यान्न कृषि द्वारा उत्पन्न किया गया होता है। कृषि विज्ञान उन तकनीकी और विज्ञानिक अभियांत्रिकी का उपयोग करता है जो खेती उद्योग को बढ़ावा देते हैं और कृषि उत्पादन को बढ़ाते हैं। इस प्रकार, कृषि विज्ञान हमारी खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विज्ञान कृषि सेक्टर की उन प्रक्रियाओं को संदर्भित करता है जिनसे विभिन्न खेती उत्पादों की वैज्ञानिक खेती की जाती है और उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार होता है।

कृषि विज्ञान के मुख्य घटक

1. विज्ञानिक अनुसंधान

कृषि विज्ञान विभिन्न विज्ञानिक अनुसंधान कार्यों के माध्यम से खेती को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान प्रदान करता है। यह अनुसंधान उन तकनीकियों का विकास करता है जिनसे फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है, जैसे कि बीज संशोधन, कीटनाशकों का उपयोग, उच्च उत्पादन तकनीकियों की खोज, और समुदायिक विकास।

2. पशुपालन और डेयरी विज्ञान

कृषि विज्ञान पशुपालन और डेयरी विज्ञान की भी मदद करता है जो पशुओं के उत्पादन, पोषण, और संरक्षण से संबंधित होते हैं। यह उच्च उत्पादकता और बेहतर उत्पादों के लिए पशुओं की देखभाल, आहार, और विशेष चिकित्सा देखभाल की विज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करता है।

3. खेती तकनीक

खेती तकनीक विभिन्न प्रक्रियाओं, उपकरणों, और तकनीकियों का उपयोग करके खेती को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह तकनीकियाँ जल आपूर्ति, सीधी बुवाई, कीटनाशक प्रबंधन, विजेतरीनरी सेवाएं, और पोषण प्रबंधन को सुगम और उत्कृष्ट बनाने में मदद करती हैं।

कृषि विज्ञान के फायदे

कृषि विज्ञान का उपयोग करने से विभिन्न लाभ होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

उत्पादकता का वृद्धि

कृषि विज्ञान के विभिन्न तकनीकी उत्पादकता को बढ़ाते हैं जिससे फसलों का उत्पादन वृद्धि होता है। यह खेतीकरों को अधिक मुनाफे कमाने में मदद करता है और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।

समय और श्रम की बचत

कृषि विज्ञान ने मैकेनीज़ेशन और अनुसंधान के माध्यम से खेती को सुगम और तेज़ बना दिया है। इससे किसानों को अधिक समय और श्रम की बचत होती है, जिससे वे अन्य गतिविधियों में निवेश कर सकते हैं।

खाद्य सुरक्षा की सुरक्षा

कृषि विज्ञान के माध्यम से खेती में उत्पादित खाद्यान्न की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। यह बेहतर उत्पादन तकनीकियों, बीज संशोधन, और जल व्यवस्थापन के माध्यम से संभव होता है।

कृषि विज्ञान के चुनौतियां

कृषि विज्ञान को लागू करते समय कुछ चुनौतियां भी उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

जल संसाधनों की कमी

कृषि विज्ञान के लिए समुचित जल संसाधनों की उपलब्धता आवश्यक है। किसानों को समझदारी से जल उपयोग करने की जरूरत है ताकि संसाधनों की कमी के समय भी खेती जारी रख सकें।

जैविक खेती की अनुपस्थिति

जैविक खेती एक बेहतर विकल्प है जो पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की खेती करती है। इसलिए, कृषि विज्ञान के विकास में जैविक खेती को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

नए उत्पादन तकनीकों का प्रभाव

कृषि विज्ञान के नए उत्पादन तकनीक समय-समय पर चुनौतियों का सामना करते हैं। नई तकनीकों का उपयोग करने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि उन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करने में मदद मिल सके।

निष्कर्ष

कृषि विज्ञान भारतीय कृषि उद्योग के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विज्ञान न सिर्फ खेतीकरों के लिए बल्कि उद्योग के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। कृषि विज्ञान के माध्यम से खेती को सुगम और उत्कृष्ट बनाने में मदद मिलती है जिससे खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकता है।

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