साबूदाना वड़ा एक प्रमुख व्रत के व्यंजन है जो भारतीय व्यंजनों में प्रमुखता से बनाया जाता है। यह व्रत के दौरान उपभोग किया जाने वाला पानीय फल होता है जिसे तैयार करने के लिए साबूदाना और आलू का उपयोग किया जाता है। साबूदाना वड़ा एक स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता होता है जिसे सभी उम्र के लोगों को पसंद आता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि साबूदाना वड़ा कैसे बनाया जाता है।
सामग्री
- 1 कप साबूदाना
- 2 आलू (उबले हुए और मसालेदार)
- 2 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
- 1 टमाटर (बारीक कटा हुआ)
- 1 टेबलस्पून धनिया पत्ती (बारीक कटी हुई)
- 1 चम्मच अदरक-लहसुन की पेस्ट
- नमक स्वादानुसार
- तेल तलने के लिए
विधि
- साबूदाना को धोकर 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। इससे साबूदाना सुनहरा हो जाएगा और उसकी गाठियां अलग हो जाएंगी।
- भिगोए हुए साबूदाना को चावल के अनुपात में बारीकी से पीस लें।
- उबले हुए आलू को एक बड़े बाउल में मसलें और इसमें बाकी सामग्री डालें।
- मसालों को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि सभी सामग्री में एकसार हो जाए।
- अब इस मिश्रण को छोटे-छोटे वड़ों के आकार में बनाएं।
- एक कड़ाही में तेल गरम करें और उसमें वड़े तलें जब तक वे सुनहरे और कुरकुरे नहीं हो जाते।
- तले हुए वड़े को टिश्यू पेपर पर रखें ताकि अधिक तेल सोकें।
वड़े को तलना
वड़ों को तलने के लिए आप इस आसान तकनीक का पालन कर सकते हैं:
- वड़े को अच्छी तरह से सुखाएं।
- तले हुए वड़े को 5-7 मिनट तक उमंगी आँच पर रखें ताकि वे और ज्यादा कुरकुरे हो जाएं।
- बीच-बीच में वड़े पलटें ताकि वे समान रूप से सुनहरे हों।
- वड़े निकालकर तिश्यू पेपर पर रखें ताकि अधिक तेल सोकें।
बनाने के टिप्स
- साबूदाना को पानी में अच्छी तरह से भिगोने से वड़े सुनहरे और कुरकुरे होते हैं।
- मसालों को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि सभी सामग्री में एकसार हो जाए।
- वड़े को अच्छी तरह से सुखाएं ताकि वे तलने के दौरान न टूटें।
- वड़े को अधिक तेल में न तलें, इससे वे तलने के बाद गंदे और भीगने लगेंगे।
सेविंग सुझाव
- साबूदाना वड़ा गरमा-गरम खाने से सबसे अच्छा लगता है।
- इसे टमाटर की चटनी, धनिया पुदीना चटनी या किसी दूसरी सौंदर्यपूर्ण सौस या चटनी के साथ परोसें।
- साबूदाना वड़ा गर्मी में तैयार करके परोसें, यह लोगों को ठंड में भी चटपटा और मजेदार लगेगा।
साबूदाना वड़ा सहित विभिन्न व्रत व्यंजन
साबूदाना वड़ा व्रत के दौरान सबसे आम रूप से तैयार किया जाता है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ अन्य व्रत व्यंजन हैं जिन्हें आप बना सकते हैं:
- साबूदाना खीर
- साबूदाना पपड़ी
- साबूदाना थालीपीठ
- साबूदाना खिचड़ी
- साबूदाना चिल्ली
साबूदाना को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगोना होता है ताकि वह चुस्त और गोल हो जाए।
वड़े को 5-7 मिनट तक उमंगी आँच पर तलना चाहिए ताकि वे सुनहरे और कुरकुरे हो जाएं।
साबूदाना वड़ा के साथ आप टमाटर की चटनी, धनिया पुदीना चटनी या किसी दूसरी सौंदर्यपूर्ण सौस या चटनी का स्वाद ले सकते हैं।
हां, आप साबूदाना वड़ा गर्मी में ही तैयार करके ठंड में खा सकते हैं। यह ठंडी-गर्मी दोनों में चटपटा और मजेदार लगेगा।
व्रत के दौरान आप साबूदाना खीर, साबूदाना पपड़ी, साबूदाना थालीपीठ, साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना चिल्ली जैसे अन्य व्रत व्यंजन भी बना सकते हैं।
इस लेख में हमने सीखा कि साबूदाना वड़ा कैसे बनाएं। हमने सारी विधि को चर्चा किया है, साथ ही तैयार वड़े को तलने के टिप्स और सेविंग सुझाव भी दिए हैं। इस व्रत व्यंजन का स्वाद आपके मुंह में धमाकेदार और मजेदार होगा। इसे व्रत में बना कर आप और भी उत्साहित हो जाएंगे। तो अब जब आपको साबूदाना वड़ा बनाने की जानकारी हो गई है, तो इसे आजमाएं और अपने परिवार और मित्रों को खुश करें।